अगर बाइक ख़राब हो जाए तो अकेला व्यक्ति धक्का मारकर उसे मैकेनिक के पास ले जा सकता है। कार ख़राब हो जाए तो 3-4 लोग धक्का मारकर मैकेनिक के पास ले जा सकते हैं। लेकिन यही धक्के वाली बात ट्रक पर लागू नहीं होती है। इसी लिए ज़रूरी है ट्रक के स्पेयर पार्ट्स के बारे में जानना। ट्रक के स्पेयर पार्ट्स आसानी से बाज़ार में उपलब्ध हैं लेकिन ट्रक चलाने वाले ड्राइवरों को इन चीज़ों के बारे में अच्छे से नहीं पता।
उबड़-खाबड़ रास्ते, चट्टानी इलाके, धूप, बारिश, आंधी हर किसी से सामना करते हुए ये ट्रक भारत की अर्थव्यवस्था को दौड़ाते हैं। इन चीज़ों का सही चलना बहुत ज़रूरी है। आइए पहले जान लें कि स्पयेर पार्ट्स आखिर किस बला का नाम है। ये ऐसे पार्ट होते हैं जो मशीन के ख़राब हो चुके या मरम्मत मांग रहे पार्ट की जगह लगाए जाते हैं। यहां मशीन का मतलब ट्रक मानकर चलिए। आइए अब सीधा जानते हैं कि ट्रक के सबसे ज़रूरी स्पेयर पार्ट्स क्या हैं?
. रबर बंपर भाग- ये सबसे ज़्यादा बिकने वाले ट्रक पार्ट्स में से एक है। हालांकि ये कमज़ोर होते हैं। ये ट्रक के आगे और पीछे लगाए जाते हैं। ये ट्रक को डेंट और खरोंच से भी बचाते हैं। लोडिंग व अनलोडिंग के वक्त अगर किसी वाहन या दीवार से टक्कर होती है, तो उसका प्रभाव भी ये झेल लेतें हैं।
. ड्रैग लिंक- ये स्टेयरिंग सिस्टम में क्रैंक आर्म से दूसरे बेलक्रैंक में रोटरी गति को परिवर्तित करता है। आमतौर पर, ड्रॉप लिंक एक पहिए ये जुड़ता है, दूसरे पहिए से ट्रैक रॉड के सहारे जुड़ा होता है।
. टायर बियरिंग- अगर व्हील बियरिंग ख़राब है तो टायर ट्रक से अलग हो सकते हैं। इससे ड्राइवर व खलासी के साथ साथ सड़क पर चल रहे लोगों को जान का खतरा हो सकता है। यह पहिए के केंद्र में घूमने वाली धुरी के चारों ओर स्थित होती है जो उन्हें सड़कों और तंग मोड़ों पर आसानी से घूमने देती है।
. ब्रेक पार्ट्स- अगर खुद की और दूसरों की जान सलामत रखनी है तो ब्रेक्स का होना लाज़मी है। चेसिस के सबसे ज़रूरी भागों में से एक ब्रेक है। ज़रूरत से ज़्यादा ब्रेक लगाने पर ब्रेक डिस्क गर्म हो सकती है। इसी वजह से हर 6 महीने में ब्रेक को बदलवाना एक अच्छा फैसला साबित हो सकता है।
. व्हील हब सील किट- इसको ब्रेक ड्रम और ड्राइव एक्सल के बीच रखा जाता है। इसे हब असेंबली, व्हील हब असेंबली, व्हील हब बेयरिंग आदि भी कहा जाता है।
. पावर स्टीयरिंग पंप- इसे वेन पंप के नाम से भी जाना जाता है। इससे ट्रक का स्टीयरिंग आसानी से मुड़ सकता है और ड्राइवर को दिक्कत नहीं होती है।
. लीफ़ स्प्रिंग बुशिंग्स- ये ट्रक के लीफ़ स्प्रिंग को उससे चेसिस से जोड़ती है। इन्हें लीफ़ स्प्रिंग आई माउंट भी कहा जाता है। ये बुशिंग बहुत ज़्यादा टॉर्शनल और रेडियल लोड को झेल सकते हैं।
. टाई रॉड- ये रॉड स्टीयरिंग गियर को पहिए से जोड़ती है जिसके एक सिरे पर बॉल इन सॉकेट होता है। बॉल-इन-सॉकेट टूल पहियों को नियंत्रित तरीके से ऊपर-नीचे और एक तरफ से दूसरी तरफ घुमाने की इजाज़त देता है।
. तेल और हवा फिल्टर- जैसे हमें अच्छी हवा में सांस लेना ज़रूरी है, वैसे ही ये बात ट्रक पर भी लागू होती है। ये फिल्टर धूल-मिट्टी को ट्रक के अन्य भागों में नहीं जाने देते। विशेषज्ञों के अनुसार, आपके ट्रक की हर दूसरी सर्विस के बाद इन फिल्टरों को बदला जाना चाहिए। ट्रकों के लिए ज़रूरी स्पेयर पार्ट के रूप में, यह न केवल वाहन को कम से कम प्रदूषण फैलाने में मदद करेगा बल्कि इंजन से संबंधित समस्याओं जैसे कि स्टॉलिंग, ओवर-हीटिंग आदि को भी रोकेगा।
. कुछ अन्य ज़रूरी स्पेयर पार्ट्स- एक ही आर्टिकल में सब कुछ बता देना थोड़ा मुश्किल है। पढ़ने वाले को भी एक वक्त के बाद बोझिल लगने लगता है। ये कुछ अन्य स्पेयर पार्ट्स हैं जिसके बारे में आपको पता होना ज़रूरी है-
व्हील केबल्स
रेडिएटर के पार्ट्स
बैटरी पार्ट्स
वॉटर पंप
टाइमिंग बेल्ट किट
अगर ट्रक की सेहत अच्छी रखेंगे तो ट्रक भी आपका ख़्याल रखेगा। कभी कोई ट्रक के पार्ट्स आपको चाहिए हो तो 91TRUCKS से संपर्क कर सकते हैं। आशा है ये सभी चीज़ें ध्यान में रखकर आप अपने अगले सफ़र पर निकलेंगे।
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