16 अगस्त 2024। ये वही तारीख़ है जब 91ट्रक्स की टीम ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर बताया था कि महिंद्रा जल्द ही लाइट कमर्शियल वाहन की कैटेगरी में एक वाहन लॉन्च करने जा रहा है। 16 सितंबर को पुणे में महिंद्रा ने जैसे ही इसे दुनिया के सामने प्रस्तुत किया, पूरी इंडस्ट्री में मानो भूचाल आ गया। आपको ज़्यादा इंतज़ार न कराते हुए, एक-एक जानकारी आपको इस लेख में मिलेगी। बस शर्त ये है कि अंत तक बने रहिए। महिंद्रा ने इस वाहन का नाम वीरो रखा है। कंपनी का मानना है कि ड्राइवर भाई वीर होते हैं और ये नाम रखने की प्रेरणा भी वही हैं। इस सेक्टर में कई मायनों में ऐसे फ़ीचर लाने वाला ये पहला वाहन है।
वीरो में 1.5 लीटर और 3 सिलेंडर वाला इंजन मिलता है। डीज़ल वाले वीरो में 80 बीएचपी की पावर और 210 एनएम का टॉर्क मिलता है। वहीं सीएनजी वाले वीरो में 90 बीएचपी की पावर देखने को मिलती है।
बाहर से ये बहुत ही ख़ूबसूरत नज़र आता है। बोलेरो पिकअप में बोनट होता है, वहीं इस वाहन में आपको इंजन केबिन के नीचे देखने को मिलता है। बढ़िया सा महिंद्रा का पुराना वाला लोगो नज़र आता है। साथ ही इसमें ग्रिल की जगह चतुर्भुज आकार में डिज़ाइन भी देखने को मिलता है। हेडलैंप भी काफ़ी बड़े हैं और बढ़िया थ्रो मिलता है। नीचे प्लास्टिक का बंपर मिलता है। फॉग लैंप लगाने के लिए भी जगह छोड़ी गई है। वहीं वाहन के चारों ओर रिफ्लेकटर टेपिंग देखने को मिलती है। विंडशील्ड भी काफ़ी बड़ी है जिससे ड्राइवर को चलाने में आसानी होती है। सीधे हाथ की तरफ़ वीरो भी लिखा हुआ नज़र आता है।
डाला यानी लोड बॉडी के दो विकल्प देखने को मिलते हैं। 9 फ़ीट और 10 फ़ीट। को-ड्राइवर साइड पर बैटरी मिलती है। वहीं 15 इंच के बड़े टायर मिलते है जिससे अच्छी ग्राउंड क्लीयरेंस भी मिलती है। पीछे की तरफ़ महिंद्रा का नाम लिखा नज़र आता है और हैलोजन टेल लाइट का सेट नज़र आता है। स्टेपनी, गाड़ी के बीच में मिलती है। वहीं ड्राइवर की तरफ़ हमें 40 लीटर का डीज़ल टैंक नज़र आता है। डेफ़ टैक 10 लीटर का मिलता है। डीज़ल में 1600 किलोग्राम का पेलोड मिलता है और सीएनजी में 1500 किलोग्राम भार उठाने की क्षमता मिलती है। दोनों तरफ़ पट्टा कमानी मिलती है जिससे गाड़ी को बेहतर सस्पेंशन मिलता है। वाहन सकल भार यानी जीवीडब्ल्यू भी तीन तरीके का है। 2999 किलोग्राम, 3080 किलोग्राम और 3170 किलोग्राम। ये गाड़ी 5.1 मीटर के टर्निंग रेडियस के साथ आती है ताकि छोटी गलियों में आसानी से मुड़ पाए।
इस वाहन को सबसे अलग इसका केबिन बनाता है। कई ऐसे फ़ीचर्स दिए गए हैं जो कमर्शियल वाहन के सेक्टर में पहली बार देखने को मिलते हैं। मसलन एयरबैग, स्टीररिंग माउंटेड कंट्रोल, पावर विंडो और रिवर्स पार्किंग कैमरा। अन्य फ़ीचरो में यूएसबी पोर्ट, 12 वोल्ट का सॉकेट और 10.25 इंच की बेहतरीन एलईडी टच स्क्रीन शामिल है। क्योंकि इसमें इंजन हमें आगे नहीं मिलता इसलिए ड्राइवर की सुरक्षा भी ज़रूरी है। दुर्घटना की स्थिति में सबसे पहला संपर्क ड्राइवर से ही होगा। अगर इंजन आगे लगा होता तो थोड़ी कम चोट लगने की संभावना बनी रहती है। इसी चीज़ की वजह से कंपनी ने ड्राइवर की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है और ये AIS096 मान्यता प्राप्त वाहन है।
ड्राइवर के साथ दो और लोग बैठ सकते हैं। वहीं सारी सीटें फ़ोल्ड हो सकती है और ड्राइवर चाहे तो आराम से सो सकता है या खाना खा सकता है। ड्राइवर की तरफ़ हेडरेस्ट भी मिलता है। दो ग्लव बॉक्स देखने को मिलते हैं। वॉक्थ्रू केबिन वाले ये वाहन में अन्य कई फ़ीचर मिलते हैं। दरवाज़ों पर बोतल रखने की जगह और ग्रैब हैंडल भी मिलता है। इसी के साथ जब ड्राइवर ज़्यादा भार उठा कर ले जा रहा हो तो उसके लिए पावर मोड दिया है। इससे वाहन को ज़्यादा भार उठाने की क्षमता मिलती है। एसी और हीटर, दोनों विकल्प के साथ ये वाहन आता है।
कंपनी की माने तो डीज़ल के साथ ये गाड़ी 18.4 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देगी। सीएनजी में ये बढ़कर 19.2 किलोमीटर हो जाएगा। वहीं इसमें तीन मॉडल देखने को मिलते हैं। V2, V4 और V6। V2, V4 में कई फ़ीचर नहीं आते, तो वहीं V6 टॉप मॉडल है। एक्स-शोरूम कीमत इनकी कुछ इस प्रकार है-
V2-7.99 लाख रुपए
V4- 8.99 लाख रुपए
V6- 9.56 लाख रुपए
वीरो का असर स्टॉक मार्केट में भी देखने को मिला है। ख़बर के बाद ही कंपनी के शेयरों में 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। टाटा की इंट्रा सीरीज़ और अशोक लेंलैंड के बड़ा दोस्त को अब गंभीर चुनौती मिलने वाली है। वाकई ये गाड़ी वीरों के लिए बनाई गई है जो अर्थव्यवस्था का पहिया चलाते हैं। उम्मीद करते हैं कि आपको सारी जानकारी मिल गई होगी। तो आप ये गाड़ी कब ख़रीद रहे हैं?
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