आजकल हर कोई खुद का मालिक बनना चाहता है। उद्यमी बनने की लौ जो लोगों के अंदर थी, स्टार्ट अप इंडिया और शार्क टैंक इंडिया के बाद अब आग बन गई है। तो फिर अगर कोई व्यक्ति भारत में ट्रक का बिज़नेस शुरू करना चाहता है, तो वो क्या बातें हैं जो ध्यान में रखनी चाहिए? किन दस्तावेज़ों की ज़रूरत पड़ेगी? इस लेख में हम पूरी रूपरेखा के बारे में बताएंगे। तो अपनी कुर्सी की पेटी बांध लीजिए और कुछ मिनटों में ये लेख पढ़ जाइए।
एक ऐसा देश जहां व्यापार और वाणिज्य कभी सोते नहीं, उस क्षेत्र में ट्रक का बिज़नेस शुरू करना एक कमाल का विचार हो सकता है। आइए जानते हैं कि इस बिज़नेस की शुरुआत कैसे करी जा सकती है?
परिवहन या ट्रांसपोर्ट के बिज़नेस में अलग अलग तरह की चीज़ें एक जगह से दूसरी जगह ले जायी जाती हैं। फिर वो चाहे मेडिकल का सामान हो, मशीनरी हो, गाड़ियां हो, खाने-पीने की चीज़ें हो और न जाने कितना सामान! इसमें से कोई भी एक क्षेत्र की चीज़ें आप चुन सकते हैं। उसमें आने वाली चुनौतियों के बारे में पढ़ डालें। अपने प्रतिद्वंदी, कीमत, सर्विस और कस्टमर के बारे में जानें।
बाज़ार में अलग अलग प्रकार के ट्रक मौजूद हैं। लंबी दूरी और ज़्यादा सामान के लिए बड़े ट्रकों का इस्तेमाल किया जाता है। शहर के अंदर के लिए छोटे ट्रक पर्याप्त रहते हैं। ये इंडस्ट्री अब इतनी आधुनिक हो गई है कि आजकल ग्राहक की सुविधा के हिसाब से यानी कस्टमाइज़्ड ट्रक भी बनाए जा रहे हैं।
एक ख़बर भी आई थी कि डेल्हीवरी ने वॉल्वो के साथ एक समझौता किया है। इसमें कस्टमाइज़्ड लॉजिस्टिक्स ट्रक बनाया जाएगा जो ट्रैक्टर और ट्रेलर के कॉम्बिनेशन में होगा जिससे सामान तेज़ी से पहुंचाया जाएगा। अलग अलग ट्रक्स के ब्रांड, उसके प्रकार, ईंधन का खर्च, माइलेज और अन्य चीज़ें जानने के लिए आप विशेषज्ञ की सलाह ले सकते हैं।
किसी भी चीज़ के लिए प्लान होना ज़रूरी है। वही बात यहां लागू होती है। अपना वित्तीय लक्ष्य निर्धारित करें। कुछ सवाल जो ख़ुद से लगातार पूछते रहें-
. क्या मुझे ट्रक लीज़ पर लेना है, किराए पर लेना है या ख़रीदना है?
. क्या आप अकेले ये बिज़नेस करेंगे या आप पार्टनरशिप में इसे करना चाहते हैं?
. ख़र्चों के लिए बजट बनाना
. क्या आप बिज़नेस में पैसा ख़ुद से डालेंगे या वेंचर कैपिटल से पैसे लेंगे?
. कितने लोगों को रोज़गार देंगे?
अपने पेपरवर्क को पूरा रखें। मसलन कंपनी क्या सोल प्रोपराइटरशिप में है, पार्टनरशिप में है आदि। एक अच्छा इंश्योरेंस प्लान ज़रूर लें। इंश्योरेंस में सब कवर होना चाहिए। ट्रक, उसमें रखा सामान व ड्राइवर, ये सब इंश्योरेंस में शामिल हैं। इंश्योरेंस की कवरेज इस बात पर भी निर्भर करेगी कि ट्रक हर साल कितना चलता है और उसमें किस प्रकार का सामान ले जाया जाता है। सबसे पहले कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय से इसकी इजाज़त लेनी होगी और स्टार्ट अप इंडिया पोर्टल पर रजिस्टर करना होगा। इसके अलावा आपको सड़क परिवहन विभाग से भी कई परमिशन लेने की आवश्यक्ता होगी। जीएसटी रजिस्ट्रेशन भी करवाना होगा। ये पूरी एक लंबी काग़ज़ी प्रक्रिया है।
ट्रक बिज़नेस एक चुनौतीपूर्ण लेकिन लाभदायक बिज़नेस है। ऐसा रूट चुनने की कोशिश करें जिसमें ज़्यादा मुनाफ़ा होने की उम्मीद हो। जैसे- रिटर्न रूट से वापस सामान लाना। इससे ये होगा की ट्रक खाली वापस नहीं आएगा और बिज़नेस को मुनाफ़ा भी होगा।
आप किसी वेब डेवलपर की सहायता लेकर अपनी वेबसाइट बनवा सकते हैं। वरना आप ऐप भी बनवा सकते हैं। पुराने समय पर ऑफ़लाइन नेटवर्क पर लोग ध्यान देते थे। लेकिन इस डिजिटल युग में आपको डिजिटली ही अपने ग्राहक तक पहुंचना है।
सोशल मीडिया पर अपनी कंपनी का प्रचार करें। रील्स बनाएं, इन्फ्लुएंसर से संपर्क करें। जनसंपर्क करें। ऐड करें। ये इंतज़ार मत कीजिए की ग्राहक आपके पास चलकर आएगा। आप ग्राहक तक पहुंचें।
भारत में एक अच्छा ट्रक बिज़नेस स्थापित करने के लिए आपको लंबे समय तक काम करने, दृढ़ता और प्रतिबद्धता दिखाने के लिए तैयार रहना होगा। हर बिज़नेस में उतार-चढ़ाव आते हैं। इससे कैसे निपटना है, ये आपके ऊपर निर्भर करता है। उम्मीद करते हैं कि इस लेख को पढ़ने के बाद आप जान गए होंगे कि भारत में ट्रक बिज़नेस कैसे शुरू करना है!
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